महा शिवरात्रि पर्व का अर्थ है धरती पर भगवान महादेव की अवतरण की रात्रि। आज महा शिवरात्रि का पर्व है। आज के दिन देशभर के मंदिरो सुबह से देर रात तक ‘ ॐ नमः शिवाय ‘, ‘हर हर महादेव’, ‘बम बम भोले’ के नाद से गूंज उंठेगे। भोलेनाथ को प्रस्सन करने के लिए भक्तो रुद्री ,रुद्राष्टक पाठ ,शिव महिम्न करेंगे। कल देर रात्र से ही ज्योतिर्लिंग सोमनाथ में भक्तो की भीड़ जमा हो रही है।
ज्योतिर्लिंग सोमनाथ और नागेश्वर में भी भक्तों का आगमन शुरू हो गया है। सोमनाथ ट्रस्ट प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि मनाता है। सोमनाथ मंदिर भक्तों के लिए लगातार सुबह 4 बजे से लेकर 42 घंटो तक खुला रहता है। अहमदाबाद में 1100 साल पुराने पुराण कर्णमुक्तेश्वर महादेव में सुबह से देर रात तक हजारों भक्तों की भीड़ उमड़ेगी, रात 10 बजे महापूजन का भी आयोजन किया गया है। इसके अलावा, वैदिक पूजा, अभिषेकमृत लघु, रुद्री, बिलिपत्र, संकल्प पूजा पूरे दिन सुबह 9 से शाम 7 बजे तक होगी।
इसके अलावा, अहमदाबाद के प्रत्येक शिव मंदिरों में राखीयाल के चकुड़िया महादेव, कामेश्वर महादेव, समंतेश्वर महादेव, शिवानंद आश्रम, हाटकेश्वर सहित प्रत्येक शिव मंदिरों में महाशिवरात्रि के अवसर पर विशेष आयोजन किए गए हैं।
भक्त आज भगवान शिव को बिल्व पत्र, गन्ने का रस, पंचामृत, दूध मिश्रित जल, काले तिल, बांस, धतूरा का फूल चढ़ाएंगे। अंबिका नगर – ओधव में ‘लखोटी द्वारा निर्मित शिवलिंग’ के दर्शन का भी आयोजन किया जाएगा। नारनपुरा स्थित कामेश्वर महादेव मंदिर में 1.25 लाख बिलों का अभिषेक किया जाएगा।
शिवरात्रि के अवसर पर, चार समय आरती की जाती है। 12 की रात के दूसरे पहर 9 की पहली सुबह की आरती होगी, रात की तीसरी घड़ी और 4 की सुबह की चौथी की। कई भक्त शिवरात्रि का व्रत भी रखते हैं। इसके कारण रविवार से शकरकंद, सूरन, आलू और फ्लैट्स की कीमतें भारी हो गई हैं।
शिवजी अवधूत को भांग बहुत प्रिय हैं। श्रद्धालु भक्तो भांग का सेवन करते हैं और शिव की पूजा करते हैं। अभिषेक के दौरान भी शिवाजी को भांग चढ़ाई जाती है। शिवजी को पत्तो वाली भांग चढ़ाई जाती है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्थानीय स्तर पर भी भांग बनाते हैं। कई लोग ज्यादा भांग पिते है तो इसका नशा उतारने के लिए निम्बू पानी या छाश पिलानी चाहिए।